चंड़ीगढ़। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। 5 अक्टूबर को राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा, और 8 अक्टूबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी का दावा कर रही है, जबकि कांग्रेस भी सरकार बनाने की पूरी कोशिश में जुटी हुई है।
इस बीच, कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल 13 बागी नेताओं पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। ये नेता पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे थे।
13 नेताओं पर कार्रवाई
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी पत्र में कहा गया, “पार्टी लाइन के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले 13 नेताओं को 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है।” इससे पहले, अंबाला कैंट से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली चित्रा सरवारा को भी पार्टी ने इसी आधार पर निलंबित कर दिया था।
Haryana Congress expelled 13 leaders from the party for 6 years after they were found indulging in anti-party activities by fighting the ongoing assembly election against the party candidates: Haryana Pradesh Congress Committee pic.twitter.com/NgTVJYXVdD
— ANI (@ANI) September 27, 2024
चित्रा सरवारा पर भी गिरी गाज
अंबाला कैंट से कांग्रेस की दावेदार मानी जा रहीं चित्रा सरवारा को पार्टी ने टिकट नहीं दिया था। इसके बाद उन्होंने BJP के वरिष्ठ नेता अनिल विज के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया। कांग्रेस ने इसे पार्टी नीति का उल्लंघन मानते हुए उन्हें भी 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था।
चित्रा सरवारा, पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी हैं, और पिछले विधानसभा चुनाव में भी निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ चुकी हैं, जिसमें उन्हें अनिल विज से हार का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस की इस कड़ी कार्रवाई से स्पष्ट है कि पार्टी भीतर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, खासकर चुनावी माहौल में जब सत्ता के लिए मुकाबला कड़ा है।