Breaking News
तंत्र-मंत्र के लिए लड़की को अकेले में ले गया तांत्रिक और किया दुष्‍कर्म…हजारों की नकदी हड़पी
कैंची धाम में आस्था का महासैलाब: स्थापना दिवस पर लाखों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
“योग से विश्व मंच की ओर बढ़ता उत्तराखंड”
श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति कर्मचारी संघ ने केदारनाथ हैलीकॉप्टर दुर्घटना एवं अहमदाबाद विमान दुर्घटना के दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी।
देहरादून और मसूरी में मियावाकी पौधरोपण योजना पर उठे सवाल, वन मुख्यालय ने शुरू की जांच
सीएम की प्रेरणा से आखिर डीएम जिले में ले ही आए आधुनिक लांग रेंज इमरजेंसी सायरन, आपदा परिचालन केन्द्र में किया परीक्षण
सीएम धामी ने हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान-2025 को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
पेट में गैस क्यों बनती है? आइये जानते हैं इसके कारण और असरदार समाधान
IMA से 419 कैडेट्स हुए भारतीय सेना में शामिल

चीन फ्रांस कनाडा समेत सभी देशों ने ट्रंप की धमकियों का दिया जवाब तो मोदी खामोश क्यों ? 

ट्रंप की धमकियों का जवाब क्यों नहीं दे रहे प्रधानमंत्री

देहरादून। अमेरिका लगातार जिस प्रकार से भारत का नाम लेकर भारत का अपमान कर रहे है यह हैरानी वाली बात है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अपमान जनक भाषा का जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं। यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कही। धस्माना ने कहा कि विश्वगुरु होने का दावा करते नहीं थकते आरएसएस व भाजपा के नेताओं को देश के प्रधानमंत्री से सवाल करना चाहिए कि जब चीन फ्रांस और कैनेडा ने ट्रंप के असभ्य आचरण का जवाब उन्हीं की भाषा में दिया और चीन ने तो यहां तक कह दिया कि वह ट्रंप की धमकियों के आगे नहीं झुकेगा और अमरीका चाहे कैसा भी युद्ध करने चाहे ट्रेड वार या कैसा भी वार वो हर तरह के युद्ध के लिए तैयार है।

तो फिर विश्वगुरु भारत के प्रधानमंत्री खामोशी से अपमान क्यों सह रहे हैं वे बेशक ट्रंप को ट्रंप की भाषा में जवाब न दे पाए परन्तु उनको कुछ तो जवाब देना ही चाहिए।  धस्माना ने कहा कि अपने घर में शेर के बच्चों के साथ व दो मुन्हें सांप के साथ खेलने वाले हमारे बहादुर ५६ इंची सीने वाले विश्वगुरु प्रधानमंत्री की ट्रंप के द्वारा भारत के लिए असम्मान जनक टिप्पणियां और व्यवहार के सामने उनकी चुप्पी पूरे भारत वासियों को हैरान कर रही है। और देश चाहता है कि हमारे प्रधानमंत्री चाहे चीन फ्रांस कैनेडा के राष्ट्रध्यक्षों की तरह दो टूक जैसे को तैसा जवाब न दें किंतु उनको कुछ न कुछ जवाब देना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top