Breaking News
बीएसएनएल के ग्राहकों की संख्या 29.40 लाख बढ़ी, तीनों प्रमुख कंपनियों के टैरिफ महंगे होने से हुआ फायदा 
द्वारीखाल ब्लॉक के ठांगर गांव में सात साल के बच्चे पर गुलदार ने किया आत्मघाती हमला 
पर्यटकों के लिए खुशखबरी- आगामी 23 सितंबर से उठा सकेंगे राफ्टिंग का लुत्फ
विभिन्न विभागों के प्रस्ताव केंद्र को भेजने की डेडलाइन तय
आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल के लिए की सरकारी आवास की मांग
कांग्रेस को बर्बाद करने की बकायदा कॉन्ट्रैक्ट
उच्च शिक्षा में 108 असिस्टेंट प्रोफेसर को जल्द मिलेगी तैनाती
सूचना विभाग शासन ,जनता और मीडिया के बीच सेतु का कार्य करता है- संयुक्त निदेशक
नवनियुक्त 1094 कनिष्ठ अभियन्ताओं को मिले नियुक्ति पत्र

ब्रिक्स से जुड़ना चाहता है मलेशिया

भारत यात्रा पर आए अनवर इब्राहिम की प्राथमिकताओं में मलेशिया को ब्रिक्स में शामिल करना शामिल है। मलेशिया चाहता है उसे इस समूह की सदस्यता मिल जाए। अगस्त 2019 में मलेशिया से भारत के संबंध बेहद बिगड़ गए, जब नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया। लेकिन अब मलेशिया के प्रधानमंत्री दातुक सेरी अनवर इब्राहिम ने भारत आकर संबंधों को सामान्य बनाने की पहल की है। नई दिल्ली में उनसे द्विपक्षीय वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलान किया कि दोनों देशों ने अपने संबंध का दर्जा बढ़ाने का फैसला किया है। भारत और मलेशिया ने अब अपने संबंध को व्यापक रणनीतिक सहयोग का दर्जा दिया है। बेशक, रिश्तों में इस मोड़ का एक पक्ष व्यापारिक है। गुजरे पांच वर्षों में भी दोनों देशों के कारोबारी रिश्ते बढ़े हैँ। वित्त वर्ष 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार करीब 20.01 अरब डॉलर का रहा। भारत में मलेशिया का निवेश लगभग 3.3 अरब डॉलर है। अप्रैल 2023 से दोनों देशों के बीच आपसी मुद्रा में व्यापार भुगतान का समझौता लागू हो चुका है। भारत यात्रा में इब्राहिम का एक मकसद इस प्रणाली को और सहज बनाना भी रहा।

यह उनकी सरकार की विदेश नीति संबंध नई प्राथमिकताओं का हिस्सा है। उनकी प्रमुख प्राथमिकताओं में मलेशिया को ब्रिक्स में शामिल करना भी शामिल है। मलेशिया चाहता है कि अक्टूबर में रूस में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान उसे इस समूह की सदस्यता मिल जाए। संकेत हैं कि इस बारे में रूस और चीन की सहमति उसे मिल चुकी है। ब्रिक्स में फैसले आम सहमति से होते हैं। इसलिए मलेशिया के सदस्यता प्रस्ताव पर भारत एतराज ना जताए, इसे सुनिश्चित करने की जरूरत इब्राहिम ने महसूस की होगी। इस बात की आधिकारिक जानकारी दी गई है कि नई दिल्ली में मोदी के साथ उन्होंने इस मुद्दे पर बातचीत की। खबरों के मुताबिक अगले शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स आपसी मुद्राओं के जरिए भुगतान के लिए स्विफ्ट जैसा सिस्टम लॉन्च करेगा। यह कदम डॉलर के जरिए भुगतान के अब तक जारी चलन से पीछा छुड़ाने की ब्रिक्स की बड़ी योजना का हिस्सा है। भारत इस योजना में शामिल है और अब मलेशिया भी इससे जुडऩा चाहता है। अनवर इब्राहिम की नई दिल्ली यात्रा का बड़ा संदर्भ यही रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top