अयोध्या। भगवान राम के आगमन की खुशी में अयोध्या नगरी इस समय उल्लास से झूम रही है, और पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। इस बार का दीपोत्सव ऐतिहासिक होगा, क्योंकि 500 साल बाद पहली बार रामलला की उपस्थिति में अयोध्यावासी दिवाली मनाएंगे। बुधवार, 30 अक्टूबर को दीपों का कीर्तिमान बनाने के पहले ही अयोध्या में संस्कृति और परंपरा का भव्य संगम देखने को मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समेत कई मंत्री इस अवसर के साक्षी बनेंगे। रामलला के भव्य राम मंदिर में विराजमान होने से पहले दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसका अयोध्यावासियों के साथ पूरा उत्तर प्रदेश बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
दीपोत्सव की शोभायात्रा में 18 भव्य झांकियां
साकेत महाविद्यालय से दीपोत्सव की शुरुआत होगी, जिसमें 18 भव्य झांकियां निकाली जाएंगी। इनमें से 11 झांकियां सूचना विभाग और 7 पर्यटन विभाग की होंगी, जो रामायण के पात्रों पर आधारित होंगी। विभिन्न प्रदेशों के कलाकार अपनी संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे, और फरुआही, मयूर, बहरूपिया, अवधी, और थारू जैसे लोकनृत्य लोगों को मंत्रमुग्ध करेंगे। आतिशबाजी और रंगोली के साथ शोभायात्रा निकाली जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे दीपोत्सव का नेतृत्व
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर 2:30 बजे अयोध्या पहुंचेंगे और रामकथा पार्क में भगवान श्रीराम और सीता के राज्याभिषेक में शामिल होंगे। वे, केंद्रीय मंत्री और अन्य मंत्री मिलकर राम-सीता के रथ को खींचेंगे और राज्याभिषेक करेंगे।
500 ड्रोन का भव्य एरियल शो
अयोध्या के आकाश में 500 मेड इन इंडिया ड्रोन के जरिए एक एरियल शो का आयोजन होगा, जिसमें प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान जी की वीर मुद्राएं और रामायण की गाथाएं दिखाई जाएंगी। इस शो में रंग-बिरंगी लेजर लाइट्स और म्यूजिकल नैरेशन लोगों को अद्भुत दृश्य का अनुभव कराएंगे। 15 मिनट के एरियल शो में रावण वध, पुष्पक विमान, दीपोत्सव, राम दरबार, वाल्मीकि और तुलसीदास की झलकियां अयोध्या के आसमान में उकेरी जाएंगी।
दीपोत्सव का यह आयोजन अयोध्या में अनोखे अंदाज में त्योहारों की महिमा को बढ़ाएगा और समूचे देश में गौरव का प्रतीक बनेगा।