Breaking News
तंत्र-मंत्र के लिए लड़की को अकेले में ले गया तांत्रिक और किया दुष्‍कर्म…हजारों की नकदी हड़पी
कैंची धाम में आस्था का महासैलाब: स्थापना दिवस पर लाखों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
“योग से विश्व मंच की ओर बढ़ता उत्तराखंड”
श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति कर्मचारी संघ ने केदारनाथ हैलीकॉप्टर दुर्घटना एवं अहमदाबाद विमान दुर्घटना के दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी।
देहरादून और मसूरी में मियावाकी पौधरोपण योजना पर उठे सवाल, वन मुख्यालय ने शुरू की जांच
सीएम की प्रेरणा से आखिर डीएम जिले में ले ही आए आधुनिक लांग रेंज इमरजेंसी सायरन, आपदा परिचालन केन्द्र में किया परीक्षण
सीएम धामी ने हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान-2025 को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
पेट में गैस क्यों बनती है? आइये जानते हैं इसके कारण और असरदार समाधान
IMA से 419 कैडेट्स हुए भारतीय सेना में शामिल

पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार दाखिल किया नामांकन

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने मंगलवार को अस्सी घाट पर पूजा की. इसके बाद उन्होंने काशी के कोतवाल कालभैरव का आशीर्वाद लेकर नामांकन दाखिल किया. पीएम के नामांकन में 12 राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए हैं. इसके साथ ही अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह और तमाम दिग्गज नेता भी मौजूद रहे. थोड़ी ही देर में अब वह रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में पार्टी कार्यकर्ताओ से मुलाकात करेंगे.

पीएम मोदी की नजर वाराणसी लोकसभा सीट पर हैट्रिक लगाने पर है, जहां उन्होंने 2014 में पहली बार जीत हासिल की थी. नामांकन दाखिल करने से पहले उन्होंने दश्वमेध घाट पर पूजा-अर्चना की और आरती की. इसके बाद पीएम मोदी क्रूज पर सवार होकर नमो घाट पहुंचे और काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे.

उनके नामांकन दाखिल करने के लिए अमित शाह और राजनाथ सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के उनके साथ कलक्ट्रेट में मौजूद रहे. नामांकन दाखिल करने से पहले, पीएम मोदी ने सोमवार (13 मई) की शाम वाराणसी में पांच किलोमीटर लंबा एक भव्य रोड शो किया.

अपना नामांकन दाखिल करते समय, पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं दामोदर दास मोदी इस लोकसभा चुनाव में ईश्वर की शपथ लेता हूं सच्ची निष्ठा से प्रतिज्ञा करता हूं कि मुख्य विधि द्वार स्थापित भारत के सम्विधान प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा से और मैं भारत की अखंडता बरकरार रखूंगा.’

पीएम मोदी के प्रस्तावकों की सूची में पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनाकर शामिल हैं. शास्त्री ब्राह्मण समुदाय से हैं और उन्होंने ही अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक का शुभ समय तय किया था. पटेल ओबीसी समुदाय से हैं और संघ के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं. कुशवाह और सोनाकर ओबीसी और दलित समुदाय से हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top