Breaking News
अयोध्या में दीपोत्सव की धूम, भगवान राम के आगमन की खुशी में सजेगी 25 लाख दीपों की महाआरती
अब दीपावली की 31 अक्टूबर व 1 नवंबर की मिली छुट्टी, शासन ने 24 घण्टे के अंदर पलटा अपना आदेश
उत्तराखण्ड सरकार और आईटीबीपी के बीच हुआ एमओयू
ब्रिडकुल बनेगी रोपवे विकास की नोडल एजेंसी
सिनेमाघरों में री-रिलीज हो रही ‘करण-अर्जुन’, 22 नवंबर को फिर दिखेगी शाहरुख-सलमान की 90 के दशक की दोस्ती
दीपावली पर्व एवं कपाट बंद होने के लिए केदारनाथ मंदिर को फूलों से सजाया गया 
देशभर में पटाखों पर प्रतिबंध, जानें कौन-कौन से राज्यों में लागू किए गए नियम
रोजगार मेले में विभिन्न विभागों के 255 नव चयनितों को नियुक्ति पत्र सौंपे
लोग कच्चे लहसुन को मानते हैं हर बीमारी का इलाज, क्या यह मिथक है या सच्चाई?

केंद्रीय पूल से मिलेगी 480 मेगावाट अतिरिक्त बिजली

केंद्र सरकार ने एक हफ्ते में ही अतिरिक्त कोटा जून 2025 तक बढ़ाया

मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री व ऊर्जा मंत्री का जताया आभार

देहरादून। प्रदेशवासियों को अब शीतकाल में भी निर्बाध बिजली मिलेगी। केंद्र सरकार ने उत्तराखंड को आवंटित अतिरिक्त बिजली कोटे में 180 मेगावाट की वृद्धि कर इसकी समयावधि को भी 30 जून 2025 तक के लिए बढ़ा दिया है। विगत 26 सितंबर को केंद्र की ओर से 300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली 31 मार्च 2025 तक के लिए उत्तराखंड को आवंटित की गई थी। इस प्रकार अब कुल 480 मेगावाट अतिरिक्त बिजली केंद्रीय पूल से उत्तराखंड को मिलेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर का आभार प्रकट किया है।

मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेश को बिजली संकट से निजात दिलाने के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर केंद्रीय पूल से उत्तराखंड को अतिरिक्त बिजली आवंटित करने का अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि राज्य में बिजली की मांग और उपलब्धता के बीच का अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है। बिजली उत्पादन बढ़ाने को राज्य सरकार सौर ऊर्जा, हाइड्रो पावर और कोयले से बिजली उत्पादन के लिए दीर्घकालिक योजना पर काम कर रही है।

मुख्यमंत्री धामी की प्रभावी पैरवी पर केंद्र ने उत्तराखंड के लिए अतिरिक्त बिजली का कोटा बढ़ा दिया है। शीतकाल में बर्फबारी और अन्य कारणों से जल विद्युत परियोजनाओं के उत्पादन में गिरावट आने से राज्य में कई बार बिजली सप्लाई पर असर पड़ता है। अब केंद्रीय पूल से मिलने वाले अतिरिक्त कोटे में वृद्धि से उपभोक्ताओं को शीतकाल में भी निर्बाध बिजली मिलेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top