Breaking News
राधा रानी की जन्मस्थली बरसाना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 207 करोड़ से अधिक की योजनाओं को दी मंजूरी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एम्स ऋषिकेश के पांचवें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की
इंजीनियरिंग में भी बढे महिलाओं की भागीदारी – रेखा आर्या
आईपीएल 2025- कोलकाता नाइट राइडर्स और पंजाब किंग्स के बीच मुकाबला आज
मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी नड्डा का जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर किया स्वागत
अलग- अलग निजी अस्पतालों में 15 मरीजों में डेंगू वायरस की पुष्टि 
सिनेमाघरों में धीमी हुई ‘जाट’ की रफ़्तार, जानिए फिल्म के पांच दिनों का कलेक्शन 
आज अपना 78वां स्थापना दिवस मना रहा हिमाचल
डायबिटीज को करना चाहते हैं कंट्रोल, तो इन दो प्रकार के आटे को करें अपने आहार में शामिल, मिलेगा लाभ 

काले जादू के अंधविश्वास में यूपी के हाथरस में 11 साल के बच्चे की बलि, 5 आरोपी गिरफ्तार

हाथरस। काले जादू का अंधविश्वास एक बार फिर समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। उत्तर प्रदेश के हाथरस के सहपऊ थाना क्षेत्र में 11 साल के बच्चे की काले जादू के नाम पर बलि दी गई। यह घटना डीएल पब्लिक स्कूल की है, जहां दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की तंत्र-मंत्र के चक्कर में हत्या कर दी गई। पुलिस ने मामले में स्कूल के तीन शिक्षकों समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

मृतक बच्चे के पिता कृष्ण कुमार ने बताया कि 23 सितंबर की रात उन्हें स्कूल प्रबंधक का फोन आया कि उनके बेटे की तबीयत खराब है और उसे आगरा के अस्पताल ले जाया जा रहा है। कुछ समय बाद, फोन पर जानकारी दी गई कि उनके बेटे की रास्ते में ही मौत हो गई है। जब कृष्ण कुमार ने अपने बेटे का शव देखा, तो उस पर गला घोंटने के निशान थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी बच्चे की मौत गला घोंटने से होने की पुष्टि हुई।

पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि स्कूल प्रबंधक दिनेश बघेल के पिता जशोधन सिंह तंत्र-मंत्र करते थे, और स्कूल की तरक्की के लिए छात्र की बलि दी गई। इस मामले ने इलाके में सनसनी फैला दी है, और लोग अंधविश्वास के चलते होने वाली इस प्रकार की घटनाओं से आक्रोशित हैं।

NCRB रिपोर्ट में चिंताजनक आंकड़े
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में 85 लोगों की मौत जादू टोने से हो गई, जबकि 2021 में यह संख्या 68 थी। 2013 से 2022 के बीच काले जादू के कारण कुल 1064 लोगों की जान गई है। ऐसी घटनाएं लगातार समाज के लिए खतरा बनी हुई हैं, और सरकार व प्रशासन को इस ओर ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top